नवरात्रि की अष्टमी तिथि का विशेष महत्व है अष्टमी तिथि को लोग मां दुर्गा की पूजा करने के साथ ही कन्या पूजन भी करते हैं नवरात्रि की अष्टमी कब है और किस दिन व्रत रखना रहेगा उत्तम।
शारदीय नवरात्रि की अष्टमी व नवमी तिथि हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है। अष्टमी तिथि को मां दुर्गा के मां महागौरी स्वरूप व नवमी को मां सिद्धिदात्री की विधिवत पूजा का विधान है। इस साल नवरात्रि में चतुर्थी तिथि का क्षय और नवमी तिथि की वृद्धि होने के कारण लोगों में अष्टमी व नवमी तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति है। जानें ज्योतिषाचार्य से नवरात्रि की अष्टमी कब है-
नवरात्रि की अष्टमी कब है 2024
तमाम ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस साल नवरात्रि में अष्टमी व नवमी तिथि एक ही दिन मनेगी। जिसके पीछे का कारण तिथियों का घटना व बढ़ना है। अष्टमी का प्रारंभ 10 अक्टूबर को दोपहर 12:30 बजे के बाद होगा, ऐसे में इस दिन सप्तमी तिथि भी मिल रही है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, सप्तमी युक्त अष्टमी तिथि का व्रत रखना वर्जित है, इसलिए अष्टमी का व्रत अगले दिन यानी 11 अक्टूबर को रखा जाएगा और इस दिन ही नवमी भी मनाई जाएगी। इस साल अष्टमी व नवमी एक ही दिन पड़ रही हैं।
अष्टमी तिथि कब से कब तक
अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर 2024, को दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से प्रारंभ होगी और 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 06 मिनट पर समाप्त होगी।